Chhattisgarh

National News : केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू 17वें UMI सम्मेलन-सह-प्रदर्शनी 2024 का समापन सत्र में हुए शामिल

नई दिल्ली,गुजरात के महात्मा मंदिर कन्वेंशन सेंटर, गांधीनगर में शहरी परिवहन समाधान का मानकीकरण और अनुकूलन विषय पर आयोजित कार्यक्रम में शहरी आवासन एवं विकास कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू शामिल हुए जहा उन्होंने कार्यक्रम के अपने संबोधन में सबसे पहले भारत सरकार के माननीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रीश्री मनोहर लाल एवं गुजरात सरकार के माननीय वित्त और ऊर्जा मंत्री, कनुभाई देसाई का अभिवादन किये । तत्पश्चात उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि

 

1. आज के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम, “अर्बन मोबिलिटी इंडिया कॉन्फ्रेंस और एग्जीबिशन 2024” के समापन के अवसर पर उपस्थित होकर गौरव की अनुभूति कर रहा हूँ। और जब मौका हो मेरे लिए पिता तुल्य हमारे मार्गदर्शक माननीय मंत्री जी का सानिध्य मिलने का तो यह अवसर और भी खास बन जाता है।

 

2. मुझे पता चला कि पिछले 3 दिनों में, यहाँ पर शहरी परिवहन के विभिन्न पहलुओं पे गंभीर चचर्चाएँ, केस स्टडी और संवाद आदि हुए हैं। इस कांफ्रेंस का विषय हमारे समय की प्रमुख चुनौती और अवसरों पर ध्यान खींचने वाला है।

 

3. सबसे पहले, मैं सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों, देश- विदेश के विशेषज्ञों, इनोवेटर्स और पॉलिसी मेकर्स को धन्यवाद करना चाहता हूँ, जिन्होंने यहाँ अपने अनुभव, विचार और शहरी परिवहन की समस्याओं पर समाधान साझा किए हैं। मुझे विश्वास है, इसका लाभ हमारे शहरों को जरूर मिलेगा।

 

4. 2008 में अपनी स्थापना के बाद से, यूएमआई ने शहरी क्षेत्रों और महानगरों में मोबिलिटी से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों को पहचानने और उनका समाधान खोजने के लिए अच्छा काम किया है। यह फोरम शिक्षाविद, उद्योग जगत, पॉलिसी मेकर्स, व्यवसायी, शोधकर्ता और अन्य हितधारकों के लिए भारत में शहरी मोबिलिटी प्रणाली के सरल समाधान खोजने के लिए एक शानदार अवसर साबित हुआ है।

 

5. माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2025 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने और 2047 तक विकसित देश बनाने का लक्ष्य तय किया है। चूँकि शहरों को आर्थिक विकास के इंजन के रूप में जाना जाता है, इसलिए इन लक्ष्यों को पूरा करने में शहरों को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।

 

 

6. शहरी परिवहन को सरल, सस्ता, उपयोगी, लास्ट माइल कनेक्टिविटी के साथ साथ पर्यावरण के अनुकूल करना होगा। AI जैसी तकनीकों का उपयोग करके इसे संभव किया जा सकता है।

 

7. हमारे शहरों की गतिशीलता निर्बाध होनी चाहिए। आज मेट्रो नेटवर्क में प्रतिदिन लगभग 1 करोड़ लोग यात्रा कर रहे हैं। पीएम-ई-बस सेवा योजना से 169 शहरों में 10,000 ई-बसों से शहरी परिवहन में नई क्रांति आ रही है।

 

8. सरकार ने कई शहरों में मेट्रो रेल पर काम किया है और मेट्रो नेटवर्क कनेक्टिविटी के मामले में अब हम विश्व में तीसरे नंबर पर हैं और जल्दी ही दूसरे नंबर पर आने वाले है।

 

9. सरकार, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में सहनीय विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने लिए प्रतिबद्ध है। इस वर्ष के बजट में शहरी विकास में विशेष पहलों के लिए 15,000 करोड़ रुपये के प्रोत्साहन की घोषणा की गई है। सरकार पहले से ही, भारत के विकास के इस अमृत काल में आने वाले दशकों की ओर देख रही है। भारत सर्कुलर इकोनॉमी को शहरी विकास का प्रमुख आधार बना रहा है।

 

10. आज के 25 साल के युवा ने पिछले 10 साल में अपनी आंखों के सामने विकास की गति को देखा है। उनमें आत्मविश्वास की एक नई भावना आई है.’

 

रोज़गार के नए अवसर और संभावनाएँ खुली हैं। यह भारत का स्वर्ण युग है। हमें इसे बर्बाद नहीं करना चाहिए, हमें अपने सपनों को आगे बढ़ाना चाहिए,

 

11. मोदी सरकार ने पिछले दस ग्यारह साल में इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर अभूतपूर्व निवेश किया है, वह भी जनकल्याण की योजनाओं में बिना किसी कटौती के, बल्कि जनकल्याण की योजनाओं पर खर्च में भी जबरदस्त बढ़ोतरी की गई है।

 

अब जरा सोचिए ये सब कैसे हुआ..

 

अरे भाई कोई अलादीन का चिराग हाथ नहीं लगा है।

 

ये सब संभव हुआ हमारे परम आदरणीय प्रधानमंत्री जी की दृढ़ इच्छाशक्ति का- भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस का देश के लिए मर खप जाने के जज्बे का- मेहनत की पराकाष्ठा का।

 

याद करिए जब एक पूर्व प्रधानमंत्री बोलते थे कि एक रुपया चलते चलते पंद्रह पैसे में बदल जाता था। क्या जादू था वो।

 

अरे ये भ्रष्टाचार की लाचारी थी या मिलीभगत ।

 

क्या था वो। आप सब समझदार हैं।

 

12. UPA सरकार के 10 साल के इतिहास को देखें तो भारत पांच नाजुक अर्थव्यवस्थाओं में से एक था। लेकिन हमारे माननीय प्रधान मंत्री जी की दूरदर्शी सोच और निरंतर प्रयास से अब इन दस वर्षों में हम शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में से हैं। A से लेकर 2 तक ऐसा कोई अक्षर नहीं जहां उन्होंने भ्रष्टाचार न किया

 

 

हो। देश इतना क्रोधित क्यों था? यह हमारी वजह से नहीं हुआ; यह उनके अपने कर्मों का परिणाम है। हम किसी को बुरा-भला नहीं कहते।

 

13. अंत में, मैं आप सभी के प्रयासों और योगदान की प्रशंसा करना चाहता हूँ। इस सम्मेलन से जो विचार, समाधान और सहयोग सामने आए हैं, वे न केवल वर्तमान का प्रतिबिंब हैं, बल्कि भारत में अर्बन मोबिलिटी के भविष्य का खाका भी हैं।

 

14. साथ मिलकर, हमारे पास अपने शहरों को जीवंत, टिकाऊ और समावेशी शहरी स्थानों में बदलने की क्षमता है जो आने वाली पीढ़ियों की सेवा करेंगे।

 

15. भारत सरकार इन प्रयासों का सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है, और मैं आप सभी को इस महत्वपूर्ण कार्य को जुनून, नवाचार और तत्परता के साथ जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करता हूं।

 

16. आइए आज ये वायदा करें कि हम, अपनी आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए, सभी के लिए स्मार्ट, टिकाऊ और रहने योग्य शहर बनाने के लिए काम करते रहेंगे।

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